नई दिल्ली।
North Eastern trains became full just 4 months before the festival season :- इस बार नवरात्रि (NAVRATRI) का शुभारंभ 3 अक्टूबर से हो रहा है । इस बार दीपावली (DIPAWALI) 31 अक्टूबर को है।साथ ही 4 दिवसीय छठ महापर्व (CHHATH POOJA) का आयोजन 5 नवम्बर से शुरू हो जाएगी। ऐसे में पूर्वोत्तर की ओर जाने वाली लगभग सभी गाडियों में कंफर्म सीट तो छोड़िए वेटिंग का टिकट भी मिलना मुश्किल हो गया है। हालत ऐसी है कि 8 बजकर 2 से 3 मिनट के अंदर ही लगभग सभी ट्रेनों में वेटिंग के अलावा कई ट्रेनों में टिकट रिग्रेट कर दिया गया है। जैतपुर अर्पण बिहार निवासी दिलीप कुमार का कहना है कि नवंबर माह में छठ का टिकट किसी भी ट्रेनों में नहीं है। बुकिंग के खुलने के साथ ही एक से दो मिनट के अंदर हीं वेटिंग का टिकट भी रिग्रेट कर दिया गया। लोगों का कहना है कि साल दर साल रेलवे की यही स्थिति है।जबकि सबसे ज्यादा रेलवे को राजस्व देने वाला पूर्वोत्तर की ओर जाने वाली ट्रेनों की है। इस रूट की लगभग सभी गाड़ियों में मांग और सप्लाई में आजादी के सात दशक बाद भी भारी अंतर है।सरकार और रेल प्रशासन को इस और ध्यान देने की जरूरत है। चार माह पूर्व ही रेल गाडियों की यह हालत देखकर राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली से पटना, मुजफ्फरपुर, सीतामढ़ी, दरभंगा,मधुबनी,जयनगर,झंझारपुर, घोघरडीहा,सहरसा, सुपौल, भागलपुर और कटिहार की ओर जाने वाले लाखों यात्री दुविधा में फंस गए हैं।इनका कहना है कि हवाई मार्ग से जाना सबके बस की बात नहीं है क्योंकि दरभंगा और पटना की का किराया 10 से 15 हजार के बीच है। लोगों का कहना है कि इस रूट की सभी गाड़ियों में पूरे साल भर लगभग यही स्थिति बनी रहती है। रेलगाड़िया में मांग और आपूर्ति में सुधार की जरूरत है। जिस पर सरकार को गंभीरता से विचार करने की जरूरत है।