नई दिल्ली।
MCD Commissioner suspends four officers in fake signature case :- दिल्ली नगर निगम के नवनियुक्त कमिश्नर अश्वनी कुमार पदभार संभालते ही उन्होंने भ्रष्टाचार में संलिप्त अफसरों पर कार्रवाई शुरू कर दी है। कमिश्नर के आदेश पर करोल बाग जोन के बिल्डिंग विभाग के 4 अफसरों को तत्काल प्रभाव से सस्पेंड कर दिया गया है। इनमें एग्जीक्यूटिव इंजीनियर से लेकर असिस्टेंट इंजीनियर, जूनियर इंजीनियर और ऑफिस इंचार्ज प्रमुख रूप से शामिल हैं। इस संबंध में आदेश की एक कॉपी एडिशनल कमिश्नर (इंजीनियरिंंग) और करोल बाग जोन के डिप्टी कमिश्नर को भी भेज दी गई है।
बताया जा रहा है कि इन अधिकारियों ने पूर्व में तैनात एक अधिकारी के फर्जी हस्ताक्षर कर जमीन के उपयोग की इजाज़त दी थी।
आदेश के मुताबिक करोल बाग जोन के बिल्डिंग विभाग के एग्जीक्यूटिव इंजीनियर कुमार महेंद्रू, अस्सिटेंट इंजीनियर नरेंद्र सिंह मीणा, जूनियर इंजीनियर अरनव दत्ता और ऑफिस इंचार्ज जितेंद्र कुमार सिंह को तत्काल प्रभाव से सस्पेंड करने के आदेश जारी किए गए हैं। इन सभी अधिकारियों के खिलाफ अनुशासनात्मक कार्रवाई के चलते निलंबन की कार्रवाई की गई है।
एक अधिकारी ने बताया कि बुधवार को एक आदेश पारित किया गया था, जिसमें पूर्व डिप्टी कमिश्नर हिमांशु गुप्ता के मैनुअल हस्ताक्षर थे, जिन्हें 2021 में यहां प्रतिनियुक्त किया गया था। कदाचार और शक्ति के दुरुपयोग के मामले में सभी चार अधिकारियों को निलंबित करने का आदेश दिया गया है। उन्होंने कहा कि पारित आदेश भूमि उपयोग से संबंधित है। इस मामले में कथित भ्रष्टाचार और चुनिंदा आधार पर काम किए जाने की जांच के आदेश दिए गए हैं।
गौरतलब है कि एजीएमयूटी कैडर के 1992 बैच के सीनियर आईएएस अधिकारी अश्वनी कुमार को 18 जून को दिल्ली नगर निगम का नया कमिश्नर नियुक्त किया गया था। इससे पहले वह दिल्ली सरकार के गृह विभाग में प्रिंसिपल सेक्रेटरी और राजस्व विभाग में अतिरिक्त चीफ सेक्रेटरी और मंडल आयुक्त का पदभार संभाल रहे थे। गृह मंत्रालय के आदेश के बाद उनको एमसीडी का कमिश्नर नियुक्त किया गया।