Saturday, March 15, 2025
Home Breaking-News रामलला की प्राण-प्रतिष्ठा करने वाले मुख्य आचार्य का निधन, मोदी- योगी सहित कई नेताओं ने जताया शोक

रामलला की प्राण-प्रतिष्ठा करने वाले मुख्य आचार्य का निधन, मोदी- योगी सहित कई नेताओं ने जताया शोक

by Watan Kesari
0 comment

काशी के वरिष्ठ विद्वानों में होती थी आचार्य लक्ष्मीकांत दीक्षित की गिनती

वाराणसी।

Acharya Laxmikant passes away :- अयोध्या में राम मंदिर (RAM MANDIR) की प्राण प्रतिष्ठा कराने वाले मुख्य आचार्य लक्ष्मीकांत दीक्षित आज सुबह 6 बजकर 45 मिनट पर निधन हो गया। काफी समय से बीमार चल रहे आचार्य दीक्षित ने वाराणसी में अपनी आखिरी सांस ली।

पीएम मोदी ने जताया दुःख:

आचार्य के निधन पर पूरे देश में शोक की लहर दौड़ गई। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी NARENDRA MODI) ने शोक जताते हुए एक्स पर लिखा कि देश के मूर्धन्य विद्वान और साङ्गवेद विद्यालय के यजुर्वेदाध्यापक लक्ष्मीकान्त दीक्षित जी के निधन का दुःखद समाचार मिला। दीक्षित जी काशी की विद्वत् परंपरा के यशपुरुष थे। काशी विश्वनाथ धाम और राम मंदिर के लोकार्पण पर्व पर मुझे उनका सान्निध्य मिला। उनका निधन समाज के लिए अपूरणीय क्षति है।

सीएम योगी ने जताया शोक:

उत्तरप्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ (YOGI ADITYANATH) ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर लिखा, ”काशी के प्रकांड विद्वान एवं श्री राम जन्मभूमि प्राण प्रतिष्ठा के मुख्य पुरोहित, वेदमूर्ति, आचार्य लक्ष्मीकांत दीक्षित का गोलोक गमन अध्यात्म व साहित्य जगत की अपूरणीय क्षति है। संस्कृत भाषा व भारतीय संस्कृति की सेवा हेतु वे सदैव स्मरणीय रहेंगे. प्रभु श्री राम से प्रार्थना है कि दिवंगत पुण्यात्मा को अपने श्री चरणों में स्थान एवं उनके शिष्यों और अनुयायियों को यह दुख सहन करने की शक्ति प्रदान करें. ॐ शांति!”

राजस्थान के सीएम ने प्रकट की संवेदना:

राजस्थान के मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा (BHAJANLAL SHARMA) ने एक्स पर लिखा, ”काशी के प्रकांड विद्वान एवं श्री राम जन्मभूमि प्राण प्रतिष्ठा के मुख्य पुरोहित, वेदमूर्ति, आचार्य लक्ष्मीकांत दीक्षित का देवलोकगमन आध्यात्मिक जगत के लिए अपूरणीय क्षति एवं अथाह दुःख का क्षण है। 

मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री ने जताया दुख:

आचार्य लक्ष्मीकांत दीक्षित के निधन पर मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री मोहन यादव (MOHAN YADAV) ने भी दुख जताते हुए लिखा कि ”काशी के मूर्धन्य वैदिक विद्वान एवं अयोध्या राम मंदिर प्राण प्रतिष्ठा के मुख्य पुरोहित, श्रद्धेय आचार्य लक्ष्मीकांत दीक्षित का ब्रह्मलीन होने का समाचार अत्यंत दुखद है। उनके देवलोकगमन से आध्यात्मिक जगत की अपूरणीय क्षति हुई है। सनातन संस्कृति हेतु आपके द्वारा किए गए कार्यों के लिए सनातन समाज सदैव ऋणी रहेगा। बाबा महाकाल पुण्यात्मा को अपने श्रीचरणों में स्थान दें।”

विहिप ने बताया राष्ट्रीय क्षति:

विहिप नेता मीडिया प्रभारी शरद शर्मा ने पंडित लक्ष्मी कांत दीक्षित के निधन को राष्ट्रीय क्षति बताते हुए कहा श्रीराम जन्मभूमि पर रामलला की प्राणप्रतिष्ठा कराने वाले वैदिक विद्वान ज्योतिष शास्त्र और भूमि शोधन के ख्यातिप्राप्त  तपस्वी पंडित लक्ष्मीकांत दीक्षित एक मृदुल भाषी और  धार्मिक,सामाजिक और वैदिक परंपराओं को जीवंत करने वाले थे  ऐसे महान मनीषी” का जाना दुखद और स्तब्ध करने वाला है।

कौन थे आचार्य लक्ष्मीकांत दीक्षित:

आचार्य लक्ष्मीकांत दीक्षित 86 वर्ष के थे और पिछले कुछ दिनों से बीमार थे। आचार्य दीक्षित की गिनती काशी के वरिष्ठ विद्वानों में होती है। लक्ष्मीकांत दीक्षित मूल रूप से महाराष्ट्र के शोलापुर जिले के रहने वाले थे, लेकिन कई पीढ़ियों से उनका परिवार काशी में रह रहा है। उनके पूर्वजों ने नागपुर और नासिक रियासतों में भी धार्मिक अनुष्ठान कराए थे। लक्ष्मीकांत दीक्षित पूजा पद्धति में सिद्धहस्त और वाराणसी के मीरघाट स्थित सांगवेद महाविद्यालय के वरिष्ठ आचार्य रहे थे।

You may also like

Leave a Comment

Our Company

“हमारा न्यूज़ पोर्टल ताज़ा ख़बरों, उत्तेजक रिपोर्ट्स और गहराई से लिखे लेखों का एक संग्रह है। हम आपको जानकारी से लैस, विचारशीलता से भरपूर और समर्थनीय पाठ्यक्रम प्रदान करते हैं। हम आपके लिए सत्यता, विश्वासनीयता और गुणवत्ता को प्राथमिकता देते हैं।”

Laest News

@2024 – All Right Reserved. Designed and Developed by KGS Groups