उड़ीसा।
उड़ीसा में भारतीय जनता पार्टी की सरकार बनते ही सबसे पहले जगन्नाथ मंदिर के चारों कपाट खोल दिए गए हैं। बता दें कि बीजेपी ने चुनाव प्रचार के दौरान वादा किया था कि यदि उड़ीसा में उनकी सरकार बनती है तो प्रभु श्री के बन्द पड़े तीनों कपाट भी।भक्तों के लिए खोल दिए जाएंगे।
उल्लेखनीय है कि दो दिन पूर्व ही बीजेपी नेता मोहन चरण मांझी ने बतौर मुख्यमंत्री शपथ ली थी। अपनी कैबिनेट की पहली बैठक में जगन्नाथ मंदिर को लेकर कई अहम फैसले लिए। इसी कड़ी में गुरुवार सुबह मंगला आरती के बाद मंदिर के सभी कपाट खुलवा दिए गए।
मंदिर के कपाट खुलने के बाद सीएम मोहन चरण माझी ने कहा है कि हमने कल की कैबिनेट बैठक में जगन्नाथ मंदिर के सभी चार द्वार खोलने का प्रस्ताव रखा था। प्रस्ताव पारित हो गया और आज सुबह 6:30 बजे मैं अपने विधायकों और पुरी के सांसद (संबित पात्रा) के साथ ‘मंगला आरती’ में शामिल हुआ था।
सीएम माझी ने कहा है कि जगन्नाथ मंदिर के विकास और अन्य कार्यों के लिए, हमने कैबिनेट में एक फंड का प्रस्ताव रखा है। साथ ही मंदिर के लिए 500 करोड़ रुपए के कॉर्पस फंड को भी सीएम माझी की कैबिनेट ने मंजूरी दे दी है। उन्होंने कहा कि जब हम अगला राज्य बजट पेश करेंगे, तो हम मंदिर प्रबंधन के लिए 5 करोड़ रुपये का एक कोष आवंटित करेंगे।
5 साल से बन्द थे दरवाजे:
बता दें कि पूर्व मुख्यमंत्री नवीन पटनायक की सरकार के कार्यकाल में कोरोना के चलते मंदिर के तीन द्वार बंद किए गए थे। वहीं कोविड महामारी कम होने के बाद भी सिंह द्वार खोला गया था, जबकि अश्व द्वार, व्याघ्र द्वार और हस्ति द्वार 5 साल से बंद थे। इसके कारण मंदिर में लोगों की भारी भीड़ और लंबी कतारें लगी रहती थीं।