नई दिल्ली।
मोदी 3.0 की शुरुआत हो चुकी है। एनडीए के घटक दलों को शामिल कर पीएम नरेन्द्र मोदी सहित कुल 72 मंत्रियों ने शपथ ली, मंत्रालय वितरण हुआ और अब अधिकांश मंत्री अपने अपने मंत्रालय का कार्यभार संभाल चुके हैं। ऐसे में आम आदमी पार्टी के नेता और राज्यसभा सांसद संजय सिंह ने पीएम मोदी सहित एनडीए सरकार पर हमला बोल दिया है। उन्होंने गठबंधन में मंत्रालय वितरण को लेकर सवाल उठा दिए हैं । उनका कहना है कि घटक दलों को सिर्फ झुनझुना मिला है।
उन्होंने कहा कि यह पहला संकेत है। बीजेपी की जो कार्यशैली है, घटक दलों को समाप्त करना, उसकी शुरुआत हो गई है। जब ये लोग नवीन पटनायक के साथ थे तो उनके साथ कैसा बर्ताव किया? उद्धव ठाकरे का तीर कमान चुराया, शरद पवार की घड़ी चुरा ली। दस साल में इन्होंने पार्टियों को तोड़ा है. घटक दलों को अभी जैसे झुनझुना मंत्रालय दिया है, अब अगला चरण इन पार्टियों को ख़त्म करना होगा”।
आप नेता ने कहा कि बीजेपी के नेतृत्व वाली तथाकथित एनडीए सरकार के मंत्रालय की घोषणा हुई। तथाकथित गठबंधन इसलिए कहा क्योंकि अभी भी इस सरकार को मोदी 3.O कहा जा रहा है। घटक दलों का मंत्रालय देखें, तो न गृह मिला, न रक्षा, न वित्त, न विदेश, न वाणिज्य, न कृषि, न शिक्षा, न स्वास्थ्य, न दूरसंचार मिला, केवल झुनझुना मिला”।
मांझी के मंत्रालय पर की टिप्पणी:
उन्होंने आगे कहा कि जेडीयू और पूरे प्रदेश को उम्मीद थी कि रेल मंत्रालय बिहार को मिलेगा। लेकिन उन्हें मछली मंत्रालय दे दिया। एक गठबंधन सहयोगी को जहाज मंत्रालय दिया है, लेकिन उसमें है क्या बचा हुआ अब। सब तो पहले ही उन्होंने अपने दोस्तों को दे दिया है। मांझी जी कह रहे हैं कि कोई काम छोटा बड़ा नहीं होता तो अमित शाह बन जाएं मत्स्य मंत्री और ललन सिंह को गृह मंत्री बना दें।
आरएसएस पर दिया बड़ा बयान:
आप नेता ने कहा कि मोहन भागवत ने कहा है कि मणिपुर एक साल से शांति की राह देख रहा है। संसद में मैंने भी यही सवाल उठाया था, जब मुझे सस्पेंड कर दिया गया। यह साफ़ संकेत है कि आरएसएस और बीजेपी में लड़ाई चल रही है। चुनाव के दौरान बीजेपी अध्यक्ष ने कहा था कि पार्टी को आरएसएस की ज़रूरत नहीं है। बीजेपी वाले कहते थे कि आरएसएस मातृ संस्था है। आज तो मां बेटे का भी झगड़ा हो गया। मोहन भागवत कह रहे हैं कि प्रतिपक्ष का भी सम्मान करना चाहिए”।