नई दिल्ली।
दिल्ली नगर निगम मेयर डॉ शैली ओबेरॉय व डिप्टी मेयर आले मोहम्मद इकबाल के नेतृत्व में साफ-सफाई व्यवस्था को लेकर सभी जोनों उपायुक्तों के साथ बैठक का आयोजन किया गया। इस दौरान नेता सदन मुकेश गोयल, निगम आयुक्त ज्ञानेश भारती, उपायुक्त कर्नल विनोद अत्री समेत अनेकों निगम अधिकारियों मौजूद रहें।
इस मौके पर मेयर डॉ शैली ओबेरॉय ने कहा कि राजधानी दिल्ली में साफ-सफाई की व्यवस्था बेहद ही बदहाल है, जिसके चलते मेयर ने निगम अधिकारियों को आदेश दिए है कि दिल्ली को साफ सुथरा बनाया हम सबका कर्तव्य है। मेयर डॉ ने बताया कि दिल्ली नगर निगम के पास सीमित संसाधन हैं जिनका अधिकतम और कुशलतम प्रयोग करने की जरुरत है और हम सबको एक जुट होकर साफ-साफाई की व्यवस्था को को गम्भीरता से लेकर कार्य करना है। हालाँकि निगम अधिकारियों ने मेयर को अवगत कराया कि विभिन्न ज़ोनो में कंसेशनर का टेंडर निकट भविष्य में खत्म हो रहा है जिससे सफाई का कार्य बाधित हो रहा है। इसके अलावा सफाई कर्मचारियों की कमी होने का एक बहुत बड़ा कारण है।
एक जोन अधिकारी ने बताया कि क्षेत्र में अनाधिकृत इलाको में काफी निर्माण कार्य हुआ है और सी एंड डी वेस्ट अवैध डपिंग की समस्या बढ़ी है। साथ ही यहाँ 7 वार्ड के लिए केवल 2 ही ढलाव घर है जिसके कारण सफाई व्यस्था बनाये रखने में दिक्कतें आ रही है।
नेता सदन मुकेश गोयल ने बताया कि आज़ादपुर में सफाई व्यवस्था बदहाल है, बल्कि सब्जियां तक धोयी जाती है जिसके कारण उसका गाद नगर निगम की नालियों को ब्लाक कर देता है। इसके अलावा आदर्श नगर मेट्रो स्टेशन के पास बनी झुग्गियों में रहने वाले लोग अतिक्रमण कर रहे हैं।
इस दौरान मेयर ने सभी निगम अधिकारियों को निर्देश दिए कि सफाई व्यवस्था से जुडी समस्याओं को प्राथमिकता के आधार पर निपटाया जाये और ठोस कूड़ा प्रबंधन के लिए जिन स्थानों पर एफसीटीएस को स्थापित करने के लिए ज़मीन की आवश्यकता है। हालाँकि आस पास की डीडीए ज़मीन की व्यवस्था उपलब्ध है। इस समस्या को दूर करने के लिए डीडीए अधिकारियों से बात की जाये।
मेयर डॉ ओबेरॉय ने कहा कि शहर में बेहतर सफाई व्यवस्था कायम करना हमारी पहली प्राथमिकता है और सामूहिक प्रयत्नो से ही सफाई व्यवस्था दुरुस्त की जा सकती है।