नई दिल्ली।
भारत की राजनैतिक लड़ाई हो और मंचों से पाकिस्तान का ज़िक्र न हो ऐसा बमुश्किल जो होता है, लेकिन लोकसभा चुनाव 2024 के छठे चरण में तो डायरेक्ट पाकिस्तान के पूर्व मंत्री फवाद हुसैन की एंट्री से राजधानी में सियासी भूचाल आ गया। मतदान के बाद दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल अपने विरोधियों से घिरते नजर आए , तो उन्हें भी मैदान में कूदना पड़ा।
दरअसल, पाकिस्तान के पूर्व मंत्री चौधरी फवाद हुसैन ने दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को सार्वजनिक तौर पर समर्थन देते हुए शनिवार की दोपहर को उन्होंने एक्स पर पोस्ट किया। वोटिंग के बाद दिल्ली सीएम और उनके परिवार का फोटो शेयर करते हुए पाकिस्तानी नेता ने कहा कि शांति और सद्भावना भारत में नफरत और उग्रवाद की ताकतों को मात दें।
पोस्ट लपक बीजेपी हुई आक्रामक:
फवाद के इस पोस्ट को बीजेपी ने तुरंत हाथों हाथ लिया और आप पर हमला बोल दिया। एक्स पर दिल्ली बीजेपी के हैंडल से आप को घेरते हुए कहा गया कि यह पाकिस्तान की अरविंद केजरीवाल के पक्ष में वोट की अपील है। दिल्ली और देशवासियों, गृह मंत्री अमित शाह की बात का सबूत देखिए, उन्होंने कहा था कि राहुल गांधी और अरविंद केजरीवाल के ज्यादातर समर्थक पाकिस्तान से हैं! लीजिए आ गया उसका एक और सबूत। अभी भी वक्त है, सोच समझकर वोट करिए!”
केजरीवाल ने फवाद को दिया जवाब:
दिल्ली बीजेपी के पोस्ट के बाद अरविंद केजरीवाल ने पाकिस्तानी मंत्री को जवाब दिया और कहा कि चौधरी साहब, मैं और मेरे देश के लोग आंतरिक मसलों को संभालने में पूरी तरह सक्षम हैं। आपके ट्वीट की जरूरत नहीं है। इस वक्त पाकिस्तान के हालात बहुत खराब हैं। आप अपने देश को संभालिए।”
फवाद ने केजरीवाल को दिया जवाब:
दिल्ली सीएम की प्रतिक्रिया के बाद चौधरी फवाद हुसैन ने जवाबी पोस्ट में कहा कि सीएम साहब! वास्तव में चुनाव प्रचार आपका निजी मुद्दा है पर उम्मीद है कि आप उग्रवाद पर बोलेंगे, चाहे वह पाकिस्तान में हो या भारत में…यह एक सीमाहीन घटना है और सभी के लिए खतरनाक है। चाहे वह बांग्लादेश हो, भारत हो या फिर पाकिस्तान, इसलिए कुछ विवेक के साथ हर किसी को चिंतित होना चाहिए। पाकिस्तान में स्थिति आदर्श से बहुत दूर है लेकिन लोगों बेहतर समाज के लिए प्रयास करना चाहिए।”
चौधरी फवाद हुसैन के एक्स हैंडल पर अगले पोस्ट में लिखा गया कि इंडिया में नेताओं के भाषण पाकिस्तान की आलोचना बगैर पूरे नहीं होते, जबकि पाकिस्तान में किसी को भी भारतीय राजनीति की परवाह नहीं है, ऐसा क्यों है? एक कारण यह हो सकता है कि पाकिस्तान मुस्लिम भारत के महत्व का पर्याय है और बीजेपी मुस्लिम विरोधी भावनाओं को व्यक्त करने के लिए पाकिस्तान का इस्तेमाल करती है?”